चाँद तारों से रात जगमगाने लगी; फूलों की खुशबू दुनिया को है महकाने लगी; अब सो जाइए रात हो गयी है काफी; निंदिया रानी भी आपको देखने है आने लगी। शुभ रात्रि!
Like (1) Dislike (0)
चाँद तारों से रात जगमगाने लगी; फूलों की खुशबू दुनिया को है महकाने लगी; अब सो जाइए रात हो गयी है काफी; निंदिया रानी भी आपको देखने है आने लगी। शुभ रात्रि!
Your Comment