बेताब तमन्नाओं की कसक रहने दो; मंज़िल को पाने की ललक रहने दो; आप भले रहो नज़रों से दूर; पर मेरी बंद आँखों में आपकी एक झलक रहने दो।
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बेताब तमन्नाओं की कसक रहने दो; मंज़िल को पाने की ललक रहने दो; आप भले रहो नज़रों से दूर; पर मेरी बंद आँखों में आपकी एक झलक रहने दो।
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