तुम भी कर के देख लो मोहब्बत किसी से; जान जाओगे कि हम मुस्कुराना क्यों भूल गए।

तेरी मुहब्बत पर मेरा हक तो नही पर दिल चाहता है,
आखरी सास तक तेरा इंतजार करू !

आज भर ली है हमने कलम में जख्मो का लहू ।
आज जी भर के शायरी पढ़ो ,बर्बाद हो गए हम

ज़िन्दगी लोग जिसे मरहम-ए-ग़म जानते हैं; जिस तरह हम ने गुज़ारी है वो हम जानते हैं।

तुम वादा करो आखरी दीदार करने आओगे
हम मौत को भी इंतज़ार करवायेगे तेरी खातिर

घटा में छुपके सितारे फ़ना नहीं होते
अँधेरी रात में दिल को दिये बनाके जियो

आज हिम्मत कर कै एक छोरी को प्रोपोज किया
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डाकण मुन्डा पै नटगी।😭😜😝u

हमे Kisine ने पूछा भाई तुम्हारा Status इतना Must‬ केसे Rehta हे
Maine कहा बस ‪‎जलने‬ वालो कि दुवा हे

बात तो सिर्फ जज़्बातों की है वरना
मोहब्बत तो सात फेरों के बाद भी नहीं होती

एक दिन की बात हो तो उसे भूल जाएँ हम; नाज़िल हों दिल पे रोज़ बलाएँ तो क्या करें।

अगर मालूम होता की इतना तड़पाता है इश्क
तो दिल जोड़ने से पहले हाथ जोड़ लेते

ऐसे कुछ दिन भी मेरी जिंदगी ने पाए हैं
आंखें जब रोती रहीं होंठ मुस्कराए हैं

दर्द हमेशा अपने ही देते है; वरना गैरो को क्या पता कि; तकलीफ किस बात से होती है।

मेरे दुश्मन मेरे लिऐ सिगरेट के धुऐं की तरह हैं
जिधर चाहूं उधर उड़ा सकता हूं

तहज़ीब में भी उसकी क्या ख़ूब अदा थी
नमक भी अदा किया तो ज़ख़्मों पर छिड़ककर