संता आधी रात को अपनी मोटी बीवी को जगाकर बोला: घुट-घुट के मरना ठीक है या एकदम से? बीवी: एकदम से... संता: तो अपनी दूसरी टांग भी मुझ पर रख दे!
संता आधी रात को अपनी मोटी बीवी को जगाकर बोला: घुट-घुट के मरना ठीक है या एकदम से? बीवी: एकदम से... संता: तो अपनी दूसरी टांग भी मुझ पर रख दे!
संता: अगर हम अपनी डाईट का ख्याल रखे तो हम 85 साल तक जिन्दा रह सकते है! बंता: पर 85 साल तक जिन्दा रहना कौन चाहता है? संता: जो 84 साल का हो गया हो!
संता ने एक राह चलती अजनबी लड़की से पूछा आपने पहचाना मुझको? लड़की: नहीं कौन हो आप? संता: मैं वही हूँ जिसे आपने परसों भी नहीं पहचाना था।
जीतो: कल रात तुम मुझे नींद में गालियां दे रहे थे। संता: तुम्हें गलत फ़हमी हुई है। जीतो: कैसी गलत फ़हमी? संता: यही कि मैं नींद में था।
संता रास्ते में लड़की को छेड़ते हुए। संता: ओये आइटम क्या हाल है तेरा? लड़की: जो तेरी बहन का है। संता: अच्छा मतलब कि तू भी प्रेंगनेंट है!
संता: जान सोचा तुम्हें कौल कर लूँ तुम मिस कर रही होगी! जीतो: और वो जो 5 मिनट पहले लड़ाई हुई थी वो क्या था? संता: ओह! फिर घर का नम्बर लग गया!
संता : बन्तेया कभी अपना मोबाइल ऑन भी रखा कर जब भी फ़ोन करो कहता है स्विच्ड ऑफ ! बंता : जा ओये पागल ! ये तो मैंने हैलो ट्यून लगवाई हुई है ...
संता: बड़ा दुःख हुआ था तेरी बीवी की मौत की खबर सुनकर वैसे हुआ क्या था? बंता: गोली लग गई थी माथे में। संता: भगवान का शुक्र है आँख बच गई।
बंता: तेरी और भाभी की जोड़ी तो राम सीता जैसी जोड़ी है। संता: कहाँ यार! न तो ये धरती में समाती है और न ही इसे कोई रावण उठाके ले जाता है।
संता: बंता इनसे मिलो यह मेरी पत्नी जीतो है! बंता: जानता हूँ किसी ज़माने में हम एक साथ सोया करते थे! संता: क्या? बंता: हिंदी की क्लास में!
संता शराब पी कर बस में चढ़ गया। बंता: तुम नरक के रास्ते पर जा रहे हो। संता(चिल्लाया): ओये रोको रोको... बस रोको मैँ गलत बस में सवार हो गया।
बंता: यार संता क्या कोई औरत किसी आदमी को लखपति बना सकती है? संता: बिल्कुल बना सकती है बस शर्त यह है कि आदमी पहले करोड़पति होना चाहिए।
बंता: डाक्टर साहब मेरी याददाश्त बहुत कमजोर है इसका कोई ईलाज है? संता: इसका ईलाज यही है कि आप यह भूल जाइये कि आपकी याददाश्त कमजोर है!
संता: चल दौड़ लगाते हैं जो हारेगा वो 1000 रूपये देगा! बंता: ठीक है पर मुझे रास्ता नहीं पता! संता: बस तुम मेरे पीछे-पीछे रहना! बंता: धन्यवाद!
संता कढ़ी चावल खा रहा था। तभी एक मक्खी कढ़ी चावल पर आकर बैठ गई। संता: अरे कितनी भोली है तू। ये वो नहीं है जो तू समझ रही है। चल उड़ यहाँ से।