कौन कहता है के मुसाफिर ज़ख़्मी नहीं होते,
रास्ते गवाह है, बस कमबख्त गवाही नहीं देते..
कौन कहता है के मुसाफिर ज़ख़्मी नहीं होते,
रास्ते गवाह है, बस कमबख्त गवाही नहीं देते..
मैं उसकी ज़िंदगी से चला जाऊं यह उसकी दुआ थी;
और उसकी हर दुआ पूरी हो यह मेरी दुआ थी।
मेरी आँखों में छुपी उदासी को महसूस तो कर,
हम वह हैं जो सब को हंसा कर रात भर रोते हैं।
बहुत हैं मेरे मरने पर रोने वाले, मगर तलाश उसकी है,
जो मेरे रोने पर मरने की बात कर दे।
इस जहां में कब किसी का दर्द अपनाते हैं लोग ,
रुख हवा का देख कर अक्सर बदल जाते हैं लोग
ज़िंदगी में कभी मुस्कुराने की दुआ ना देना
मुझे पल भर मुस्कुराने की सज़ा मालूम है
जिंदगी को इतना सिरियस लेने की जरूरत नही यारों
यहाँ से जिन्दा बचकर कोई नही जायेगा
माना के मुमकिन नही तेरा मेरा हो जाना
पर सुना है इस दुनिया में चमत्कार बहुत होते है
मेरी रातों की राहत, दिन के इत्मिनान ले जाना
तुम्हारे काम आ जायेगा, यह सामान ले जाना
शायर बनना आसान नही है मेरे दोस्त
शब्द जोडने के लिए पहले दिल तुडवाना पडता हैँ
G.R..s
कहते हैं कब्र में सुकून की नींद होती है
अजीब बात है कि यह बात भी जिन्दा लोगों ने कही
शायरी से ज्यादा प्यार मुझे कही नहीं मिला
ये सिर्फ वही बोलती है, जो मेरा दिल कहता है|
तेरे इश्क ने सरकारी दफ्तर बना दिया दिल को,
ना कोईोई काम करता है,ना कोई बात सुनता है।
आदत बऩा ली मैने खुद को तकलीफ देने की
ता कि जब कोई आपना तकलीफ दे तो ज्यादा तकलीफ ना हो
बड़ी सादगी से उसने कह दिया रात को सो भी लिया कर
रातो को जागने से मोहब्बत लौट नहीं आती