काफी दिन बाद आज हाल पूछा मेरे यार ने सांसे रुक गयी
लब खामोश हो गये कुछ देर के लिए

दुश्मनों से मोहब्बत होने लगी है मुझे; जैसे-जैसे दोस्तों को आजमाता जा रहा हूँ मैं!

मेरी कहानी खत्म हो तो कुछ ऐसे खत्म हो की
लोग रोने लगे मेरे लिए तालियाँ बजाते बजाते

वक्त की यारी तो हर कोई करता है मेरे दोस्त
मजा तो तब है जब वक्त बदल जाये पर यार ना बदले

दोस्त को दौलत की निगाह से मत
देखो ,
वफा करने वाले दोस्त अक्सर गरीब हुआ
करते हैं….!!

दो अक्षर की मौत और तीन अक्षर के जीवन में ढाई अक्षर का दोस्त - हमेंशा बाज़ी मार जाता हैं!

मैं किसी से बेहतर करुं क्या फर्क पड़ता है
मै किसी का बेहतर करूं बहुत फर्क पड़ता है
Er kasz

मत पूछ कितनी मोहब्बत है मुझे उस से
बारिश की बूँद भी अगर उसे छु ले तो दिल मैं आग लग जाती है

रूप का आकर्षण प्यार नही होता
हर किसी पे ना मर छोरे क्योकि हर के पास सच्चा प्यार नही होता

जब होता है तुम्हारा दीदार; दिल धङकता है बार-बार; आदत से मजबूर हो तुम; ना जाने कब माँग लो उधार।

कुछ फ़र्ज़ आप निभाओ; कुछ हम दिल से निभाते हैं; चलो आज हम अपने रिश्ते को; दोस्ती का नाम देते हैं।

तुम पत्थर भी मारोगे तो भर लेंगे झोली अपनी
क्योंकि हम दोस्तो के तोहफ़े ठुकराया नहीं करते

अगर मिलती मुझे एक दिन भी बादशाही; तो ए दोस्तों; मेरी रियासत में हमारी दोस्ती के सिक्के चलते!

दुनिया की ठोकरों से एक ही सबक सीखा है ए दोस्त; तमाम मुश्किलों का हाल एक सज़दा-ए-खुद में छुपा है।

उसने तो कर ही लिए किनारे कामिल से कुछ इस कदर
तदबीरें सकून की सीखनी पढ़ें किन्ही गैरों से ख़ुदा न करे