गुम है मेरी आँखों से नींद आज भी,
याद करके वो समय,
कट जाती है रात आज भी ।।

जिन लम्हो का जिक्र आज तू हर एक से करती है
उनसे रुबरु तो हमने कराया था ना

हम तो अब भी खडे है तेरे इनतजार मे,
उसी राह मे बेसबब बेइनतहा मोहब्बत लिए..

पता है कि टूट कर ही वापस आएगा
फिर भी हँस के दे देता हूँ उसे ये दिल बार बार

अभी शीशा हूँ सबकी आँखों में चुभता हूं
जब आईना बनूँगा सारा जहाँ देखेगा

लाखों मुफलिस हो गए लाखों तवंगर हो गए; खाक में जब मिल गए दोनों बराबर हो गए।

लाखों मुफलिस हो गए लाखों तवंगर हो गए; खाक में जब मिल गए दोनों बराबर हो गए।

रोने से अगर वो मिल जाये तो,
भगवान की कसम ईस धरती पे सावन की बरसात लगा दूँ..

दिल्लगी कर जिंदगी से दिल लगा के चल
जिंदगी है थोड़ी थोडा मुस्कुरा के चल

लाजिमी नहीं की आपको आँखों से ही देखुं
आपको सोचना आपके दीदार से कम नहीं

हथेलियों पर मेहँदी का ज़ोर ना डालिये
दब के मर जाएँगी मेरे नाम कि लकीरें

दूर गगन में उड़कर भी लौट आते हैं
परिंदे इन्सान की तरह बेपरवाह नही होते

किस धुन में बढ़ा जाता है तू आगे ही आगे; मंजिल तो बहुत पीछे तुझे ढूंढ़ रही है।

तेरे मुस्कुराने का असर सेहत पे होता है लोग पूछ लेते है..दवा का नाम क्या है !

अमीर होता तो बाज़ार से खरीद लाता नकली
गरीब हूँ इसलीये दील असली दे रहा हु