बच्चा था भूखा और आँखों में अश्क जरुर था​​​​;​​उस फरिश्ते का करिश्मा भी एक फितूर था​​;​गोद में बसी माया ने उस भूख को भुला दिया​​;​​माँ की लोरी के जादू ने उसे फिर से सुला दिया​।

Your Comment Comment Head Icon

Login