Home
Aapka Swagat Hai
Shayari Bazar
Mai
Toggle navigation
Menu
English
Punjabi
Hindi
Urdu
Haryanvi
Two-lines
Riddles
Sms
Facebook Status
Jokes
Quotes
Catholic
Home
Hindi
Jeoulousy Shayari
हरा आटा लाल परांठा; मिलजुल कर
हरा आटा लाल परांठा; मिलजुल कर
हरा आटा लाल परांठा; मिल-जुल कर सब सखियों ने बांटा।
Like
(
47
)
Dislike
(
12
)
Share
Related Post
वो क्या है जो जब बढ़ती
चार कोनों का नगर बना; चार
वो क्या है जिसे आप बिना
एक किले के दो ही द्वार;
चिंकी के पिता के पाँच बच्चे
ऐसी कौन सी चीज़ है जो
सभी खाली स्थान में एक ही
ऊपर से नीचे बहता हूँ; हर
पूंछ कटे तो सीता; सिर कटे
एक आदमी अपनी मां के पति
Your Comment
Login
Your Comment