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Dard Shayari
मालूम नहीं क्यूँ मगर कभी कभीअल्फाजों
मालूम नहीं क्यूँ मगर कभी कभीअल्फाजों
मालूम नहीं क्यूँ मगर कभी कभी
अल्फाजों से ज्यादा मुझे तेरा नाम लिखना अच्छा लगता है
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