Home
Aapka Swagat Hai
Shayari Bazar
Mai
Toggle navigation
Menu
English
Punjabi
Hindi
Urdu
Haryanvi
Two-lines
Riddles
Sms
Facebook Status
Jokes
Quotes
Catholic
Home
Two Lines
Dil Shayari
प्रेम के बाग लगाकर तुम ये
प्रेम के बाग लगाकर तुम ये
प्रेम के बाग लगाकर तुम ये कैसे फूल खिलाती हो
पुण्य की नाव डूबकर तुम क्यों पाप की नाव चलती हो
Like
(
2
)
Dislike
(
0
)
Share
Related Post
हथेली पर रखकर नसीब अपनाक्यूँ हर
Zarurat To Usay Tab Bhi Na
जो खानदानी रईस हैं वो रखते
कंधे पर रखके सर अपना सिरे
जितना आज़मा सकते हो आज़माओ सब्र
Mohabbat ki haqeeqat se khoob waqif
वो मुझसे दूर रहकर अगर खुश
यही हालात इब्तदा से रहे लोग
तेरी बहो में आकर हमने दुनिया
Janay aisi bhi kya dil lagi
Your Comment
Login
Your Comment