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Kashish Shayari
बहुत थे मेरे भी इसदुनिया मेँ
बहुत थे मेरे भी इसदुनिया मेँ
बहुत थे मेरे भी इसदुनिया मेँ अपने
फिर हुआ इश्कऔर हम लावारिस हो गए
Er kasz
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