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Two Lines
Kashish Shayari
उधर वे चाल चलतें हैं इधर
उधर वे चाल चलतें हैं इधर
उधर वे चाल चलतें हैं इधर हम जान लेते हैं
नजर पहचानने वाले नजर पहचान लेते हैं
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Zindgi Tu Etna mat ettraaTu Bhi
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