Home
Aapka Swagat Hai
Shayari Bazar
Mai
Toggle navigation
Menu
English
Punjabi
Hindi
Urdu
Haryanvi
Two-lines
Riddles
Sms
Facebook Status
Jokes
Quotes
Catholic
Home
Two Lines
Mohabbat Shayari
मैं क्यूँ कुछ सोच कर दिल
मैं क्यूँ कुछ सोच कर दिल
मैं क्यूँ कुछ सोच कर दिल छोटा करूँ.
वो उतनी ही कर सकी वफ़ा जितनी उसकी औकात थी.
Like
(
0
)
Dislike
(
0
)
Share
Related Post
देख पगली मिलना तो हम तब
खुदा ने सब्र करने की तौफ़ीक़
जीत लू तुझे जमाने की हर
Mujhe kis tarf jaana hai koi
मत पूछ दास्तान ऐ इश्कजो रूलाता
वो काग़ज़ आज भी फूलों की
सजा बन जाती है गुज़रे हुए
मेरे जैसा सौदागर नहीं मिलेगाकिसी को
जिस भगवान ने तुम्हे सूरत दी
बिछड़ने वाले तेरे लिए एक मशवरा
Your Comment
Login
Your Comment