Home
Aapka Swagat Hai
Shayari Bazar
Mai
Toggle navigation
Menu
English
Punjabi
Hindi
Urdu
Haryanvi
Two-lines
Riddles
Sms
Facebook Status
Jokes
Quotes
Catholic
Home
Two Lines
Sad Shayari
दफ़न हे मुझमे मेरी कितनी रौनके
दफ़न हे मुझमे मेरी कितनी रौनके
दफ़न हे मुझमे मेरी कितनी रौनके मत पूछो
उजड़ उजड़ कर जो बसता रहा वो शहर हु मे
Like
(
0
)
Dislike
(
0
)
Share
Related Post
है इश्क सलामत तो चला आयेगा
क्या लिखूँ दिल की हकीकत आरज़ू
उसकी दर्द भरी आँखों ने जिस
Hum ne To Ek Hi Shaks
Kisi ko kya hasil hoga mujhe
एक मुकम्मल सी याद बाकी हैएक
टूटी फूटी कश्ती और एक खुश्क
इसी बात ने उसे शक मेँ
किसी की यादों में नही लिखता
अजीब जुल्म करती है तेरी ये
Your Comment
Login
Your Comment