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Tanhaai Shayari
मुकद्दर में लिखा के लाये हैं
मुकद्दर में लिखा के लाये हैं
मुकद्दर में लिखा के लाये हैं दर-ब-दर भटकना.
मौसम कोई भी हो परिंदे परेशान ही रहते हैं
er kasz
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