तन्हा रहता हुँ अक्सर शामों को
लेकिन एक शख्स है जो मेरी रातों को हसीन कर देता है
तन्हा रहता हुँ अक्सर शामों को
लेकिन एक शख्स है जो मेरी रातों को हसीन कर देता है
ना जाने क्यों कोसते हैं लोग बदसूरती को; बर्बाद करने वाले तो हसीन चेहरे होते हैं।
मत पूछना मेरी #शख्सियत के बारे में ..
हम जैसे #दिखते है वैसे ही #लिखते है ...!
अपने वजुद में इतना तो यकीन है मुझे कि
कोई दूर तो हो सकता है मुझसे पर भूल नही सकता
मुझे ब्रेकअप की बस एक वजह चाहिए थी....
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और वो पगली टिफिन में मेरे लिए मैगी ले आई
मोहब्बत भी ईतनी शीद्दत से करो कि वो धोखा दे कर भी सोचे
की वापस जाऊ तो किस मुंह से
इक बात हमेशा याद रखना छोरी तुम्हारे जीतने सौख है
उतनी तो मेरी आदतें है
किसी रोज़ रोशन मेरी भी होगी ज़िंदगी
इंतेज़ार सुबह का नही किसी के लौट आने का
G.R..s
नींद आए या ना आए चिराग बुझा दिया करो
यूँ रात भर किसी का जलना, हमसे देखा नहीं जाता
गुलामी तो सिर्फ तेरे इश्क़ की ही थी
बाकी ये दिल पेहले भी नवाब था और आज भी नवाब हैं
गुजर गया वो वक़्त जब तेरी हसरत थी मुझे
अब तू खुदा भी बन जाये तो भी तेरा सजदा ना करू
एक बेबफा के जख्मो पे मरहम लगाने हम गए
मरहम की कसम मरहम न मिला मरहम की जगह मर हम गए
यूं अकड मे रहना बंद कर दें वो तो प्यार है तूजसे
वरना गरज तो किसी के बाप की भी नहीं
ज़रा देखो ये दरवाज़े पर दस्तक किसने दी है; अगर इश्क़ हो तो कहना यहाँ दिल नही रहता।
आज कोई एक बुरी आदत छोडनी है
कमब्खत तय केसे करु ना शराब छोड़ सकता हूँ ना तुम्हे
G.R..s