ऐसे जख्मों का क्या करे कोई
जिन्हें मरहम से आग लग जाए

जी भर गया है तो बता दो
हमें इनकार पसंद है इंतजार नहीं

कांटे तो नसीब में आने ही थे
फूल जो हमने गुलाब चुना था

जी भर गया है तो बता दो
हमें इनकार पसंद है इंतजार नहीं

मै उन्हे बदला हुआ दिखता हुँ.....
कभी वो खुद को भी तो देखे ......

जलने लगा है जमाना सारा
क्योंकी चलने लगा है नाम हमारा

जलने लगा है जमाना सारा
क्योंकी चलने लगा है नाम हमारा

हमने समंदर पे राझ किया है
ईसि लिए लोग सङको पे महफुज है

रख लेता शहर को अपनी जेब में
अगर तेरी वफा बेवफा ना होती

"लफ्ज् दिल से निकलते हैं
दिमाग से तो मतलब निकलते है."..

बुरा हमेशा वही बनता हे
जो अच्छा बनके टूट चूका होता हे.

ख़ामोशी बहुत कुछ कहती हे
कान लगाकर नहीं दिल लगाकर सुनो

कुछ तकलीफे ऐसी होती है
जिसके जिम्मेदार हम खुद होते है

शौक था अपना-अपना..
किसी ने इश्क किया,
तो कोई जिंदा रहा…

कोई ऐसी सुबह भी मिले मुझे
के मेरी आँख खुले तेरी आवाज से