मर रहे है पल-पल तेरी यादों में
दम नहीं था सनम तेरे वादों में

हम तो तराश देते पत्थरो को भी
उसे हम मोम को भी, ना पिघलाना आया

मर रहे है पल-पल तेरी यादों में
दम नहीं था सनम तेरे वादों में.

ठुकरा दिया तूने अच्छा किया
मुझे मोहब्बत चाहिए अहसान नहीं

हमे दुवाए दिल से मिली है,
कभी खरीदने को जेब में हाथ नही डाला..

दुश्मनी का सफ़र एक कदम दो कदमतुम भी थक जाओगे हम भी थक जायेंगे।

हम दूर तक यूँ ही नहीं पहुंचे फ़राज़; कुछ लोग कांधा देने आ गये थे।

क्या कहूँ कितना मुश्किल है
जिसके लिए जीना उसी के बगैर जीना

यु ही उम्मीद दिलाते है ज़माने वाले
कब लौटकर आते है जाने वाले

क्या कहूँ कितना मुश्किल है
जिसके लिए जीना, उसी के बगैर जीना

मरने की लाखो वजह देती है दुनिया
पर जीने की वजह तो बस एक तू है ..!!

माना कि जीत की आदत है मग़र
रिश्तों में हार जाना बेहतर होता है

हम बने थे तबाह होने के लिए
तेरा छोड़ जाना तो महज़ इक बहाना था

हाथ मे बस एक बासुँरी कि कमी है वरना
गोपिया हमने भी कई फसाई है

सब कुछ पा लिया मैंने
पर वो तेरे मेंहदी लगे हाथ मेरे ना हो सके