मेरी मोहब्बत की ना सही, मेरे सलीके की तो दाद दे,
तेरा जिक्र रोज करते हैं तेरा नाम लिए बगैर...!!!
मेरी मोहब्बत की ना सही, मेरे सलीके की तो दाद दे,
तेरा जिक्र रोज करते हैं तेरा नाम लिए बगैर...!!!
वो मुझसे रिश्ता_तोड़ कर चली गयी बस ये कहकर
मै तो तुमसे मोहब्बत सीखने आई थी किसी और के लिए —
तुम थक जाओगे चलते चलते इश्क़ मे पर मैं नही
क्योकि मैं वो मोड़ हूँ जो हर रास्ते पे मिलूँगा..
अगर अपनी किस्मत लिखने का जरा सा भी हक हो मुझे
तो अपने नाम के साथ पगली हर बार तेरा नाम लिखूं
अपनी कामयाबी के पिछे इतना दिमाग लगाओ की,दुसरों की निन्दा करने और सुनने का टाइम हीं ना बचे।
अब सज़ा दे ही चुके हो तो मेरा हाल ना पूछना,
अगर मैं बेगुनाह निकला तो तुम्हे अफ़सोस बहुत होगा
पगली तु हमारे शौख का अंदाजा कया लगाओगी।।
हम तो मोरारी बापु की कथा भी वुफर मे सुनते है।😎😎
ये तेरे याद के बादल जो बसते हे इन आँखों में काजल की तरह
यूँ बेवजह बरस जाना तो इनकी आदत ना थी
मैं ज़हर तो पी लूँ शौक से तेरी खातिर
पर शर्त ये है कि तुम सामने बैठ कर साँसों को टुटता देखो
तुमने कहा था हर शाम तेरे साथ गुजारेगे,
तुम बदल चुके हो या फिर तेरे शहर में शाम ही नहीं होती?
मैं क्यूँ कुछ सोच कर दिल छोटा करूँ कि वो बेवफा थी
वो उतनी ही वफ़ा, कर सकी जितनी उसकी औकात थी
सब मिटा दें दिल से हैं जितनी कि उस में ख़्वाहिशें; गर हमें मालूम हो कुछ उस की ख़्वाहिश और है।
कोशिशे तो होगी बहुत तेरे जेहन से मुझे मिटाने की
मेरी वफाएं मगर तुझ में जिन्दा रखेगी मुझे
जो शख्स ढूंढता था कभी अपनी खुशियाँ मुझमें
उसे बड़े मनहूस से लगते हैं मेरे साये भी इन दिनो
अगर कुछ सीखना ही है; तो आँखों को पढ़ना सीख लो; वरना लफ़्ज़ों के मतलब तो; हजारों निकाल लेते है।