इस दुनिया में हर वो शक्स अकेला है
जिसने सच्चे दिल से महोब्बत की है

तेरे ही वफ़ा के सिलसिले बदल गए हैँ
मुझे तो आज भी तुमसे अज़ीज कोई नहीँ

स्याही थोड़ी कम पड़ गई वर्ना किस्मत
तो अपनी भी खूबसूरत लिखी गई थी..

लफ्जो में कुछ यू उलझा हु में
कहीं कंही से हर चेहरा तुम जैसा लगता है

मुमकिन न होगा यूँ
भूल जाना मुझको, तेरा गुनाह हूँ याद अक़्सर आऊंगा !!

उन हवाओं का इंतज़ार हरदम ही रहेगा अब
आ रही होंगी जो तेरे देश से हो कर

क़ाश कोई ऐसा हो जो गले लगा कर कहे
तेरे दर्द से मुझे भी तकलीफ होती है

काश मोहब्बत मे भीचुनाव होते
गजब के भाषण देते तुझे पाने के लिये
Er kasz

हमने भी चाह था कभी एक ऐसे शख्स को
जो आईने से नाजुक था मगर था पत्थर का

देख जिँदगी तू हमे रुलाना छोड दे
अगर हम खफा हूऐ तो तूझे छोड देँगे
Er kasz

सबको मालुम है की जिंदगी बेहाल है
फिर भी लोग पूछते है क्या हाल है
Er kasz

मेरे ही किनारे मुझमें डूब जाते हैं
जब दिलमें उठता है दर्द का तूफां

मेरी तङप तो कुछ भी नही है
सुना है उसके दिदार के लिए आईने तरसते है
Er kasz

ये तो बड़ा मुझ पर अत्याचार हो गया
खामख्वाह मुझे तुझसे प्यार हो गया

मांगी खुशियां मगर गम मिला प्यार में
हाय तीरे नजर का निशाना हूँ मैं