मोहब्बत के हवाले से बहुत जालिम हो तुम
तोड़ देते हो मुझें अपने वादें की तरह
मोहब्बत के हवाले से बहुत जालिम हो तुम
तोड़ देते हो मुझें अपने वादें की तरह
तहज़ीब में भी उसकी क्या ख़ूब अदा थी
नमक भी अदा किया तो ज़ख़्मों पर छिड़ककर
लिखा था राशि में आज खजाना मिल सकता हे
की अचानक गली में दोस्त पुराना दिख गया
सोचते हैं जान अपनी उसे मुफ्त ही दे दें
इतने मासूम खरीदार से क्या लेना देना
सांसों ने छुआ जिस दिन से तेरी सांसों को
मेरी रातों की नींद हड़ताल पर चली गई
लिखा था राशि में आज खजाना मिल सकता हे
की अचानक गली में दोस्त पुराना दिख गया
कौन कहता है दर्द सिरफ मोहब्बत में मिलता है
धूप में खड़ी बाईक पर बैठ कर देखो
मेरी बहादुरी के किस्से मशहुर थे शहर में
तुझे खो देने के डर ने कायर बना दिया
बुलबुल बैठा पेड पर मैने सोचा तोता है
यारा तेरे प्यार मे दिल ये मेरा रोता है
जो निखर कर बिखर जाये वो कर्तव्य है
और जो बिखर कर निखर जाए वो व्यक्तित्व हैं
लिखा था राशि में आज खजाना मिल सकता हे
की अचानक गली में दोस्त पुराना दिख गया
बुलंदी तक पहुंचना चाहता हूँ मै भी
पर गलत राहो से होकर जाऊ इतनी जल्दी भी नही
कितनी खूबसूरत हो जाती है उस वक्त दुनिया
जब कोई अपना कहता है तुम याद आ रहे हो
उसे किस्मत समझ कर सीने से लगाया था
भूल गए थे कि किस्मत बदलते देर नहीं लगती…
मैंने कब कहा कीमत समझो तुम मेरी
अगर हमें बिकना ही होता तो आज यूँ तनहा न होते