जरूरी नही धोखा प्यार में ही मिले
आजकल तो सभी रिश्तों में धोखेबाज़ भरे पड़े हैं
जरूरी नही धोखा प्यार में ही मिले
आजकल तो सभी रिश्तों में धोखेबाज़ भरे पड़े हैं
शराफत को कभी तुम बुजदिली का नाम मत देना; दबे जब तक नहीं घोडा तमंचा भी इक खिलौना है।
मोहब्बत नहीं है नाम सिर्फ़ पा लेने
का,,,
बिछड़ कर भी अक्सर दिल
धड़कता है साथ -साथ !!"
दिल खोल कर इन लम्हों को जी लो यारों,
जिंदगी अपना इतिहास फिर नहीं दोहरायेगी!
लिख देना ये अलफाज मेरी कब्र पर दोस्तों
मौत अच्छी है मगर दिल लगाना अच्छी बात नही
घर से निकलते थे मां के हाथों बनी रोटी लेकर
आज सड़क किनारे चाय तलाशती हैं जिंदगी
प्यार मोहब्बत आशिकी ये बस अल्फाज थे
मगर जब तुम मिले तब इन अल्फाजो को मायने मिले
वक़्त एक सा नहीं रहता हैं कभी सुन लो
उन्हें भी रोना पड़ता है जो औरों को रुलाते हैं...!!
अपने वजूद पर इतना तो यकीन है मुझको कि; कोई दूर तो हो सकता है मुझसे पर भूल नहीं सकता।
छोङो ना यार क्या रखा है सुनने और सुनाने मेँ
किसी ने कसर नहीँ छोङी दिल दुखाने मेँ
उसे कह दो अपनी ख़ास हिफाज़त किया करे
बेशक साँसें उसकी हैं मगर जान तो वो हमारी है
छोङो ना यार क्या रखा है सुनने और सुनाने मेँ
किसी ने कसर नहीँ छोङी दिल दुखाने मेँ
कितनी अजीब हैं मेरे अन्दर की तन्हाई भी
हजारों लोग अपने हैं मगर याद तुम ही आते हो
हीरो बनने के लीये जीगर की जरुरत
पडती है और जब
जीगर हो तो भरी बनघुक
का कया काम ...!!
ये कैसे सिलसिले ठहर गए हैं तेरे मेरे दरमियाँ
ना जाग कर रात गुज़री ना सो कर दिन ढला