मेरे दिल की उम्मीदों का हौसला तो देखो
इंतज़ार उसका है जिसे मेरा एहसास तक नही
मेरे दिल की उम्मीदों का हौसला तो देखो
इंतज़ार उसका है जिसे मेरा एहसास तक नही
नरम नरम फूलों का रस निचोड़ लेती है
पत्थर के दिल होते है तितलियों के सीने में
तेरी मजबूरियाँ भी होंगी चलो मान लेते है
मगर तेरा वादा भी था मुझे याद रखने का
मनुष्य की इच्छाओ में से यदि आधी भी पूर्ण
हो जाए तो उसकी मुसीबते दुगनी हो जाए
कुछ इसलिये भी ख्वाइशो को मार देता हूँ
माँ कहती है घर की जिम्मेदारी है तुझ पर
हमारे Facebook की बात मतकर पगली
हमारे Online होने का इंतजार नौ मुल्को की लङकियाँ करती है
यही सोचकर कोई सफाई नहीं दी हमने
कि इल्जाम झूठे भले हैं पर लगाये तो तुमने हैं
अगर मालूम होता की इतना तड़पाता है इश्क,
तो दिल जोड़ने से पहले हाथ जोड़ लेते।
ऐ मोहब्बत तुझे पाने की कोई राह नहीं
तू तो उसे ही मिलेगी जिसे तेरी परवाह नहीं
नफरतों को जलाओ मोहोब्बत की रौशनी होगी
वरना इंसान जब भी जले हैं ख़ाक ही हुए है
मोहब्बत ना सही मुकदमा ही कर दे मुझ पर
कम से कम तारीख दर तारीख मुलाक़ात तो होगी
यूँ तो गलत नही होते अंदाज चेहरो के
लेकिन लोग वैसे भी नही होते जैसे नजर आते है
तुम जानते हो मेरी जिंदगी की सबसे कीमती चीज क्या हैं
बस इस message का सबसे पहला लफ्ज़
जब महसूस हो कि सारा शहर तुमसे जलने लगा है...
समझ लेना तुम्हारा नाम चलने लगा है.....
तुम्हें नींद नहीं आती तो कोई और वजह होगी
अब हर ऐब के लिए कसूरवार इश्क तो नहीं