अब तेरा नाम हथेलियों पर नहीं लिखते हम…
कारोबार में सबसे हाथ मिलाना पड़ता है।।
अब तेरा नाम हथेलियों पर नहीं लिखते हम…
कारोबार में सबसे हाथ मिलाना पड़ता है।।
कैसे करूं मैं तुम्हारी यादों की गिनती
कोई अपनी सांसों का हिसाब रख पाया है भला
हमारी तो यही पहचान हैं हँसता चेहरा
शराबी आँखे नवाबी शान और दोस्तों के लिए जान
गर काबिलियत है मोहब्बत के पैमाने आपके लिए
तो नहीं अब मेरी मोहब्बत के क़ाबिल आप
तेरे पास भी कम नहीं मेरे पास भी बहुत हैं
ये परेशानियाँ आजकल फुरसत में बहुत हैं
मुझे ढूंढ़ने की कोशिश अब ना किया कर
तूने रास्ता बदला तो मैंने मंजिल ही बदल डाली
जिंदगी में बेशक हर मौके का जरुर फायदा उठाओ
मगर किसी के हालात और मजबूरी का नहीं
मुझे ढूंढ़ने की कोशिश अब ना किया कर
तूने रास्ता बदला तो मैंने मंजिल ही बदल डाली
फैसले से पहेले कैसे मान लूं हार क्योंकी
वक्त अभी जीता नहीँ और मैं अभी हारा नही
जिन्दगी से हम अपनी..कुछ उधार
नहीं लेते !
कफन भी लेते हैं तो अपनी
जिंदगी देकर..!!
कोई दुश्मनी नही ज़िन्दगी से मेरी बस ज़िद्द है
की किसी के साथ नही जीना चाहता अब
हम ने चलना छोड़ दिया अब उन राहों में
टूटे वादों के टुकड़े चुभते है अब पांवो में
अगर उम्मीद-ए-वफ़ा करूँ तो किस से करूँ
मुझ को तो मेरी ज़िंदगी भी बेवफ़ा लगती हैं
साथ जब भी छोड़ना तो मुस्कुरा कर छोड़ना
ताकि दुनिया ये ना समझे हम में दूरी हो गई
मत सोना किसी के गोद में सर रखकर,
जब वो छोङता है तो रेशम के तकिय पर भी नीदं नही आती...