यहाँ हजारों शायर है जो तख़्त बदलने निकले है
कुछ मेरे जैसे पागल है जो वक़्त बदलने निकले है

एक छोरी मुझसे बोली एक तो तू Smart Handsome होके भी Single क्यू हैं
मेंने भी बोल दिया संस्कार पगली संस्कार

तरस जाओगे हमारे लबो से सुनने को एक एक लफ्ज
प्यार की बात तो क्या हम शिकायत भी नहीं करेंगे

आज मेने कहा उसको आँखे बन्द कर देख लो न
मुझे उसने कह
दिया मुझे तुम्हारा चेहरा याद नहीं....

यूँ भी तो राज़ खुल जाएगा एक दिन हमारी मुहब्बत का
महफिल मे जो हमको छोड़कर सबको सलाम करते हो

आसान नही है मुझसे यूँ शायिरयों में जीत पाना
मैं हर एक शब्द मोहब्बत में हार कर लिखता हूँ

जिस्म उसका भी मिट्टी का है मेरी तरह
ए खुदा फिर क्यू सिर्फ मेरा ही दिल तडफता है उस के लिये

खुशी में मदहोश और गम में मायूस मत होना
ये वक्त बड़ा खिलाड़ी है हर रोज़ अपनी चाल बदलेगा …

हमारी सोच और लोगो कि सोच मे बस ईतना हि फर्क हे के
वो सरकारी आदमी बनना चाहते हे और हम सरकार

पगली कहती थी कि वो मेरी रग-रग से वाकिफ है
फिर भी मेरे दिल से निकलने का रास्ता नहीं ढुढ़ पाए

‪मोहब्बत‬ करना हमारे बस की बात नहीं
और अगर हो गई तो उसे रोकना कीसी के बाप की औकात‬ नही
N.K.G

कहते है इंसान की ख्वाहिशों की कोई हद नहीं
मेरी अनगिनत ख्वाहिशें तो देख तू तू तू और बस तू !!

सुकून ऐ दिल के लिए कभी हाल तो पूँछ ही लिया करो
मालूम तो हमें भी है कि हम आपके कुछ नहीं लगते

गरीबो के बच्चे भी खाना खा सके त्योहारों में
तभी तो भगवान खुद बिक जाते है बाजारों में
er kasz

कौन करता है मुद्दतों तक इन्तजार किसी का दोस्तो
लोग कपड़ो की तरह आजकल मोहब्बत बदलते हैं