चिरागो की रोशनी जो जरा हिली; लगा तुम्हारी एक आहट सी मिली; जाके देखा जब दर पे तो; फिर वही काफ़िर हवा मिली।

मुझे हराकर कोई मेरी जान भी ले जाए मुझे
मंजुर है ,,लेकिन धोखा देने वालों को मै
दुबारा मौका नही देता .

आओ झुक कर सलाम करें उनको; जिनके हिस्से में यह मुकाम आता है; खुशनसीब होता है वो खून; जो देश के काम आता है।

तेरी अदा ने सब कुछ बोल दिया
लब्जों की कोई जरुरत नहीं
आँखे अक्षर बन गई तो
जुबान की कोई जरुरत नहीं

सिर्फ एक बार आओ हमारे दिल की सल्तनत में
अपना मुकाम देखने..
फिर लौटने का ईरादा हम तुम पर छोड़ देँगे.!!

वो पत्थर दिल सही , लेकिन हमारा भी ये दावा है
हमारी मुहब्बत जिन्हें छु ले वो पत्थर भी धड़कना सीख जाते ह

क्या मंदिर क्या मस्जिद क्या गंगा की धार करे..
वो घर ही मंदिर जैसा है जिसमे औलाद माँ बाप का सत्कार करे

एक बात हमेशा याद रखना बदलती चीज़ें हमेशा अच्छी लगती हैं

लेकिन बदलते हुए अपने कभी अच्छे नहीं लगते

इतना ही ग़ुरुर था तो मुकाबला इश्क का करती
ऐ बेवफा
हुस्न पर क्या इतराना जिसकी औकात ही बिस्तर तक हो

जब तुझे पहली बार देखा था, वो भी था मौसम ए तरब कोई,
याद आती है दूर की बातें, प्यार से देखता है जब कोई..!
er kasz  

आहिस्ता चल ए जिन्दगी कुछ क़र्ज़ चुकाने बाक़ी हैं
कुछ के दर्द मिटाने बाक़ी हैं कुछ फ़र्ज़ निभाने बाक़ी हैं

गए दोनों जहाँ के काम से हम न इधर कि रहे न उधर के रहे; न ख़ुदा ही मिला न विसाल-ए-सनम न इधर के रहे न उधर के रहे।

गैरों के साथ तेरा हँसना मुझे अच्छा नहीं लगता
लोग जिसे बंदिश कहते हैं वो मेरे प्यार करने का तरीका है

अगर मेरी शायरियो से बुरा लगे तो बता देना दोस्तों
में दर्द बाटने के लिए लिखता हु दर्द देने के लिए नही

जिस जिस ने मुहब्बत में अपने महबूब को खुदा कर दिया
खुदा ने अपने वजूद को बचाने के लिए उनको जुदा कर दिया