देखो तो ख्वाब है ज़िन्दगी; पढ़ो तो किताब है ज़िन्दगी; सुनो तो ज्ञान है ज़िन्दगी; पर हमें लगता है कि हँसते रहो तो आसान है ज़िन्दगी।
देखो तो ख्वाब है ज़िन्दगी; पढ़ो तो किताब है ज़िन्दगी; सुनो तो ज्ञान है ज़िन्दगी; पर हमें लगता है कि हँसते रहो तो आसान है ज़िन्दगी।
जीवन की त्रासदी ये नहीं है कि आप अपने लक्ष्य तक नहीं पहुँच पाए त्रासदी तो यह है कि आपके पास पहुँचने को कोई लक्ष्य ही नहीं था।
हंसरते रह जायेगी आपके बिना अधूरी! ज़िन्दगी न होगी आपके बिना पूरी! अब और सही जाये न यह दूरी! जीने के लिये आपका साथ है बहुत ज़रूरी!
हर रिश्ते में विश्वास रहने दो; जुबान पर हर वक़्त मिठास रहने दो; यही तो अंदाज़ है जिंदगी जीने का; न खुद रहो उदास न दूसरों को रहने दो।
जिंदगी को क्या जरुरत है मंजिलों की; वक्त हर मंजिल आसान बना देता है; मरता नहीं किसी से जुदा होकर कोई; ये वक सबको जीना सिखा देता है।
आप कितनी ही अच्छी बातें पढ़ें कितनी ही अच्छी बातें बोलें पर अगर आप उन्हें अपनी जिंदगी में लागू नहीं करेंगे तो इसका क्या फायदा।
कभी-कभी ज़िंदगी में ये तय करना बड़ा मुश्किल हो जाता है कि गलत क्या है? वो झूठ जो चेहरे पे मुस्कान लाए; या वो सच जो आँखों में आंसू लाए।
छोटी सी है जिंदगी हँस के जियो; भुला के सारे गम दिल से जियो; उदासी में क्या रखा है मुस्कुरा के जियो; अपने लिए न सही अपनों के लिए जियो।
कैसे कहें कि ज़िंदगी क्या देती है; हर कदम पे ये दगा देती है; जिनकी जान से भी ज्यादा कीमत हो दिल में; उन्ही से दूर रहने की सज़ा देती है।
जीवन में ज़ख्म बड़े नहीं होते हैं; उनको भरने वाले बड़े होते हैं; रिश्ते बड़े नहीं होते हैं; लेकिन रिश्तों को निभाने वाले बड़े होते हैं।
ख्वाहिश ऐसी करो कि आसमान तक जा सको; दुआ ऐसी करो कि खुदा को पा सको; यूँ तो जीने के लिए पल बहुत कम हैं; जियो ऐसे कि हर पल में ज़िंदगी पा सको।
ज़िंदगी की हर एक उड़ान बाकी है; हर मोड़ पर एक इम्तिहान बाकी है; अभी तो सिर्फ़ आप ही परेशान है मुझसे; अभी तो पूरा हिन्दुस्तान बाकी है।
सबकी ज़िन्दगी में खुशिया देने वाले मेरे दोस्त की ज़िन्दगी में कोई गम न हो
उसको मुझसे भी अच्छे दोस्त मिले अब इस दुनिया में हम न हो
सो सुख पा कर भी सुखी न हो; पर एक ग़म का दुःख मनाता है; तभी तो कैसी करामात है कुदरत की; लाश तो तैर जाती है पानी में; पर ज़िंदा आदमी डूब जाता है!
जीवन का मेरा सूत्र बहुत ही सरल है। मैं सुबह जागता हूं तथा रात को सो जाता हूं। इसके बीच में मैं जितना हो सके स्वयं को व्यस्त रखता हूं।