मनुष्य का अपना क्या है? जन्म दूसरे ने दिया; नाम दूसरे ने दिया; शिक्षा दूसरे ने दी; काम करना भी दूसरे ने सिखाया; अंत में शमशान भी दूसरे ले जायेंगे। तुम्हारा अपना इस संसार में क्या है जो इतना घमंड करते हो।

इन कमबख्त़​ ​जरूर​तो और चाहतों ने मार डाला;​​​कभी ​जरूरतें पूरी नही होती​ तो ​कभी चाह​तें​ बिखर जाती है;​​​कभी चाहतें ​के पीछे भागो तो कभी ​जरूरतों पूरी करों;​बस ​इसी में ​तालमेल बिठाते-बिठाते ज़िन्दगी गुज़र जाती है।

जीवन का उद्देश्य ख़ुशी है।

कल के दुखों पर आंसू बर्बाद मत करो।

जीवन ठेहराव और गति के बीच का संतुलन है।

मौत ही इस जिंदगी का सबसे बड़ा आविष्कार है।

जीवन आनंद उठाने के लिए है सहने के लिए नहीं।

दूसरों के लिए जिया हुआ जीवन ही सही जीवन है।

जीवन आनंद मानने के लिए है झेलने के लिए नहीं।

जीवन दुखद होता अगर यह हास्यास्पद नहीं होता।

ध्यान जीवन के सभी रहस्यों की सुनहरी चाबी है।

प्यार क्या है
अमीर का शौक गरीब की मजबूरी
G.R...s

जीवन न्याययुक्त नहीं है इसकी आदत डाल लीजिये।

जीवन न्याययुक्त नहीं है इसकी आदत डाल लीजिये।

ज़िन्दगी बहुत कीमती है इसे बर्बाद मत कीजिये।