आपके आने से ज़िन्दगी कितनी खूबसूरत है! दिल में बसाई है जो वो आपकी ही सूरत है! दूर जाना नहीं हमसे कभी भूलकर भी! हमे हर कदम पर आपकी ज़रूरत है!

लफ्ज़ वही हैं माईने बदल गये हैं; किरदार वही अफ़साने बदल गये हैं; उलझी ज़िन्दगी को सुलझाते सुलझाते; ज़िन्दगी जीने के बहाने बदल गये हैं।

आसमां में मत ढूँढ अपने सपनों को
सपनों के लिए तो ज़मीं जरूरी है
सब कुछ मिल जाये तो जीने का क्या मजा
जीने के लिए कुछ कमी भी तो जरूरी है..

जो तेरा है वो कभी कही भी नहीं जाएगा; जो तेरा नहीं है तु उसे कभी नहीं पाएगा; नेक नीयत रख अपनी तु सदा बन्दे; एक दिन खुदा भी चलकर तेरे पास आएगा।

फूल बनकर मुस्कुराना ही ज़िंदगी है; मुस्कुरा कर गम भुलाना ही ज़िंदगी है; जीत कर कोई खुश हो तो अच्छा है; हार कर भी खुशियां मनाना ही ज़िंदगी है।

तुम खफा हो गए तो कोई ख़ुशी न रहेगी! तेरे बिना चिरागों में रोशनी न रहेगी! क्या कहे क्या गुजरेगी दिल पर! जिंदा तो रहेंगे पर ज़िन्दगी न रहेगी!

सपना ऐसा देखो कि आसमान तक जा सको; दुआ ऐसी करो कि खुदा को पा सको; यूँ तो ज़िंदगी जीने में बहुत कम पल हैं; पर जियो तो ऐसे कि हर पल में ज़िंदगी पा सको।

व्यक्ति अकेले पैदा होता है और अकेले मर जाता है; और वो अपने अच्छे और बुरे कर्मों का फल खुद ही भुगतता है; और वह अकेले ही नर्क या स्वर्ग जाता है।

​मैं किसी को भी यह सिखा सकता हूँ कि वह जो चाहते है उसे कैसे पाए लेकिन समस्या ये है कि मुझे ऐसे लोग नहीं मिले जो ये बता सके कि वह चाहते क्या है।

जीवन में दो मूलभूत विकल्प होते हैं- या तो परिस्थितियों को जैसी हैं वैसा ही स्वीकार करें अथवा उन्हें बदलने का उत्तरदायित्व स्वीकार करें।

रोया है बहुत तब जरा करार मिला है; इस जहाँ में किसे भला सच्चा प्यार मिला है; गुजर रही है जिंदगी इम्तिहान के दौर से; एक ख़तम तो दूसरा तैयार मिला है।

ज़िदगी जाने कितने मोड़ लेती है हर मोड़ पर नए सवाल देती है; तलाशते रहते हैं हम जवाब ज़िन्दगी भर; और जब जवाब मिल जाये तो ज़िन्दगी सवाल बदल देती है!

आदमी अकेले पैदा होता है और अकेले ही मर जाता है ; और वह अपने अच्छे और बुरे कर्म का फल भी स्वयं ही अनुभव करता है ; और वह अकेले ही नरक या स्वर्ग जाता है |

रोया हूँ बहुत तब जरा करार मिला है; इस जहाँ में किसे भला सच्चा प्यार मिला है; गुजर रही है जिंदगी इम्तिहान के दौर से; एक ख़तम तो दूसरा तैयार मिला है।

ख़ुशी ने वादा किया था कि वो 5 दिन बाद लौट आयेगी। पर जब हमने जिंदगी की किताब खोल के देखी तो कमबख्त जिंदगी ही 4 दिन की थी। इसलिए हर दिन का आनंद लीजिये।