अब तो बहुत कम है दर्द मेरे दिल का
सुना है किसी से पूछा था उसने हाल मेरा
अब तो बहुत कम है दर्द मेरे दिल का
सुना है किसी से पूछा था उसने हाल मेरा
खुद पर भरोसे का हुनर सीख ले
लोग जितने भी सच्चे हो साथ छोड़ ही जाते हैं…
सुना है रात देर तक जागते हो
यादो के मारे हो या मेरी तरह ईश्क मै हारे हो
इंसान जल्दी सो जाना चाहता है
मगर हालात उसे जागने पर मजबूर करते है
er kasz
लाख चाहा कि...तुझे याद न करूँ....
लेकिन..!!
इरादे.. अपनी जगह... बेबसी... अपनी जगह...!!
मुझे सिर्फ तू पसंद है, ना कोई और.! ना कोई और तेरे जैसा, ना कोई और तेरे अलावा.!
दिल तो करता है चिर के रख दू ऐ दिल तुझे
ना तू रहे मुझ में ना वो रहे तुझ में
चल पड़ा हूँ मै भी ज़माने के असूलों पर.
मै अब अपनी ही बातो से मुकर जाता हूँ..
चल पड़ा हूँ मै भी ज़माने के असूलों पर.
मै अब अपनी ही बातो से मुकर जाता हूँ..
चल पड़ा हूँ मै भी ज़माने के असूलों पर.
मै अब अपनी ही बातो से मुकर जाता हूँ..
जिस घाव से खून नहीं निकलता
समझ लेना वो ज़ख्म किसी अपने ने ही दिया है
Er kasz
बेरुख़ी इससे बड़ी और भला क्या होगी
एक मुद्दत से हमें उसने सताया भी नहीं
हो जाऊं तेरे इश्क़ में मशग़ूल इस क़दर
कि होश भी वापस आने की इज़ाज़त मांगे...!! Er kasz
जख्मो को हरा रखना अच्छा लगता है
यही तो सबूत बाकि हैं तेरी मुहोब्बत के
बदला लेने में क्या मजा है
मजा तो तब है जब तुम सामने वाले को बदल डालो
Er kasz