परखना मत परखने में कोई अपना नहीं रहता; किसी भी आईने में देर तक चेहरा नहीं रहता।

माना की तेरे प्यार का में मालिक नहीं,
पर कीरायेदार का भी कुछ हक्क तो बनता हैं !!

मैंने कल शब चाहतों की सब किताबें फाड़ दी; सिर्फ एक कागज़ पर लफ्जे माँ रहने दिया।

हम भी दरिया हैं हमें अपना हुनर मालूम है; जिस तरफ़ भी चल पड़ेगे रास्ता हो जाएगा।

ऐ जिन्दगी! जा कर ढूंढ़, कोई खो गया है मुझसे
वो न मिला तो सुन, तुझे भी ख़ुदा हाफिज

ये नक़ाब तुम्हारे झुठ का उतरेगा जिस दिन खुद से नज़रें मिलाने को तरसोगे उस दिन !!

अजीब लुत्फ़ कुछ आपस की छेड़-छाड़ में है; कहाँ मिलाप में वो बात जो बिगाड़ में है।

हमारे तजूँबे हमें , ये भी सबक सीखाता है,
की जो मख्खन लगाता है, वो ही चुना लगाता ह

हर जुर्म पे उठती हैं उँगलियाँ मेरी तरफ
क्या मेरे सिवा शहर में मासूम हैं सारे

बड़ा अजीब जहर है तेरी यादों में
लगता है सारी उम्र गुजर जायेगी मुझे मरते मरते

हुआ है जो सदा उस को नसीबों का लिखा समझा; अदीम अपने किए पर मुझ को पछताना नहीं आता।

तुम शराफ़त को बाज़ार में क्यूँ ले आए हो
दोस्त ये सिक्का तो बरसों से नहीं चलता

नींद आए या ना आए चिराग बुझा दिया करो; यूँ रात भर किसी का जलना हमसे देखा नहीं जाता!

आज वो लड़की👧 भी मेरा #status
कॉपी करती है..जो 10th class में
मुझे बोलती थी देख 100 में se 100...
Aaye💁..😅😎

नफरतों को जलाओ मोहब्बत की रोशनी होगी
वरना इंसान जब भी जले हैं खाक ही हुये हैं