नीँद मे भी गिरते है मेरे आँसु,
जब भी तुम ख्वाब मे मेरा साथ छोड देते हो..

मौसम बदलते, बदलती ये परछाईया,
ना बदले कभी ये दोस्ती-यारियां…!!
🙏🙏🙏

में लखेलो दई गया,पोते लखेलो लई गया,
छे हजी संबंध के ए पत्र बदलावी गया..!!

हसरत थी की कभी वो भी हमे मनाये..
पर ये कम्ब्खत दिल कभी उनसे रूठा ही नही..

भुला देंगे तुम को भी ज़रा सबर तो करो
रग रग में बसे हो कुछ वक़्त तो लगेगा..!

हिसाब अपनी मोहब्बत का मै क्या दूँ
तुम अपनी हिचकियो को बस गिनते रहना

इतनी मनमानियाँ भी अच्छी नहीं होती
तुम सिर्फ अपने ही नहीं मेरे भी हो

उन की तो फितरत थी सब से दिल लगाने की,
हम बेवजह खुद को खुशनसीब समझ बैठे..!

अगर मालूम होता इतना तड़पाता है इश्क
तो दिल जोड़ने से पहले हाथ जोड़ लेते

बहुत से लोग थे मेहमान मेरे घर लेकिन; वो जानता था कि है एहतमाम किस के लिए!

पलक से पानी गिरा है तो उसको गिरने दो
कोई पुरानी तमन्ना पिघल रही होगी

माना के बडा खुबसूरत हुस्न है तेरा
लेकिन दिल भी होता तो क्या बात होती

बुरे हैं ह़म तभी तो ज़ी रहे हैं
अच्छे होते तो द़ुनिया ज़ीने नही देती

वो आँखें झुक गयीं मुझे देख कर
यकीनन उसने कभी मुझे चाहा तो ज़रूर होगा

बुरे हैं ह़म तभी तो ज़ी रहे हैं
अच्छे होते तो द़ुनिया ज़ीने नही देती