मुझे हराकर कोई मेरी जान भी ले जाए मुझे
मंजुर है ,,लेकिन धोखा देने वालों को मै
दुबारा मौका नही देता .
मुझे हराकर कोई मेरी जान भी ले जाए मुझे
मंजुर है ,,लेकिन धोखा देने वालों को मै
दुबारा मौका नही देता .
हर हसीं काफिरां के माथे पर; अपनी रहमत का ताज रखता है; तू भी परवरदिगार मेरी तरह; आशिकाना मिज़ाज रखता है।
मेरे इश्क ने सीख ली है अब वक़्त की तकसीम... वो मुझे बहुत कम याद आता है; सिर्फ इतना - दिल की हर एक धड़कन के साथ!
अब तो सजाएं बन चुकीं है गुजरे हुए वक्त की
यादें ,
.
ना जानें क्यों मतलब के लिए मेहरबान होते
है लोग
गुफ्तगुँ करते रहा कीजिए,
यही इंसानी फितरत है।
वरना बंद मकानों में
अक्सर जाले लग जाते हैं...।
💕☝
ना चाहो किसी को ऐसे कि; चाहत आपकी मज़बूरी बन जाए; पर चाहो किसी को इतना कि; आपका प्यार उसके लिए जरुरी बन जाए।
जब जेब में रुपये हो तो दुनिया आपकी औकात देखती है
और जब जेब में रुपये न हो तो दुनिया अपनी औकात दिखाती है
है इश्क़ भी जूनून भी मस्ती भी जोश-ए-खून भी; कहीं दिल में दर्द कहीं आह सर्द कहीं रंग ज़र्द; है यूँ भी और यूँ भी।
मैने खुदा से पुछा कि क्यूँ तू हर बार छीन लेता है मेरी हर पसंद
वो हंस कर बोला मुझे भी पसंद है तेरी हर पसंद
करते हैं हम तुमसे मोहब्बत; हमारी खता यह माफ़ करना; है अगर बदनाम मोहब्बत हमारी; तुम प्यार को बदनाम मत करना।
न कोई सुबह है और न कोई शाम है! हर लम्हा आपका ही नाम है! इससे मजाक मत समझ लेना! यह हमारी तरफ से प्यार का पैगाम है!
वैसे तो जीने के लिए बहुत सामान है जिन्दगी में
मगर दिल को धडकने के लिये उसकी मोहब्बत ही चाहिए
आँखों में बस बसी है सूरत आपकी; दिल में छुपी है मूरत आपकी; महसूस होता है जीने के लिए; हमें तो बस है ज़रूरत आपकी।
तेरे इश्क का बुखार है मुझको; और हर चीज खाने की मनाही है; एक हुस्न के हकीम ने सिर्फ; तेरे चमन की मौसमी बताई है।
इत्तेफ़ाक़ से यह हादसा हुआ है; चाहत से मेरा वास्ता हुआ है; दूर रह कर बड़ा बेताब था दिल; पास आ कर भी हाल बुरा हुआ है।