कहने को तो वो सबको मिला देता है
इस बार खुदा को भी ना हमें मिलाना आया

युं ही हम दील को साफ रखा करते थे
पता नही था की किमत चेहरो की होती हैँ

हमने दिल वापस मांगा तो वो सर झुका कर बोली , वो तो टूट गया खेलते खेलते ।।

ना Block किया था और ना कभी करेंगे तुझे तो
अपना pro pic और status दिखा दिखा के जलायेगे

इश्क का धंधा ही बंद कर दिया साहेब
मुनाफे में जेब जले और घाटे में दिल

अधुरे रिश्ते हमेशा तकलीफ़ देते है
ना खुद मरते है ना हमे मरने देते है

आँसू बहा बहा के भी होते नही हैं कम
कितनी अमीर होती हैं आँखें गरीब की

काबील नजरो के लीये हम जान दे दे पर
कोई गुरुर से देखे ये हमे मंजुर नही

जब सारी दुनिया सोती है तब तू जागता है
ऐ चाँद आशिक तू भी गजब का ही है
G.R..s

परछाइयों के शहर की तन्हाईयाँ ना पूछ; अपना शरीक-ए-ग़म कोई अपने सिवा ना था।

क्यूँ ना सज़ा मिलती मुझे इश्क़ में
तोड़े दिल मैंने भी बहुत थे तेरी खातिर

लडकी तो बहुत सी पट जाती है
साला जिसको दिलसे चाहा है वही नखरे दिखाती है!!

हम तो अब भी खडे है तेरे इनतजार मे,
उसी राह मे बेसबब बेइनतहा मोहब्बत लिए..

बताँऊ तुम्हें एक निशानी उदास लोगों की
कभी गौर करना यें हसंते बहुत हैं

अभी शीशा हूँ सबकी आँखों में चुभता हूँ
जब आईना बनूँगा सारा जहाँ देखेगा