पगली तु हमारे शौख का अंदाजा कया लगाओगी
हम तो मोरारी बापु की कथा भी वुफर मे सुनते है

आसान नही है हमसे युँ शायिरयौ मै जीत पाना
हम हर एक शब्द मौहब्बत में हार कर लिखते हैं

ये इश्क़ बनाने वाले की मैं तारीफ करता हूँ
मौत भी हो जाती है और क़ातिल भी पकड़ा नही जाता

किसी बेकस को ऐ बेदाद गर मारा तो क्या मारा; जो आप ही मर रहा हो उस को गर मारा तो क्या मारा।

कुछ सपनों को पूरा करने निकले थे घर से
किसको पता था कि घर जाना ही एक‪ सपना ‬बन जायेगा

जो हैरान हैं मेरे सब्र पर उनसे कह दो
जो आसूँ जमीं पर नहीं गिरते अकसर दिल चीर जाते है

मुझे दफनाने से पहले मेरा दिल निकाल कर
उसे दे देना… मैं नही चाहता के वो खेलना छोङ दे

शायरों की महफ़िलों में हम इसलिए भी जाते हैं
हम से बिछड़ कर शायद वो भी शायर हो गयी हो

आज उसने एक और दर्द दिया तो खुदा याद आया
कि हमने भी दुआओं में उसके सारे दर्द माँगे थे.

मैं कुर्बान हो जाउं मेरे यार की यारी पर...
मेरी दुआ भी वो है, मेरी दवा भी वो है ..
💔💔nik💔💔

अगर तेरी नजरें कतल करने में माहिर है तो सुन
हम भी मर-मर कर जीने में उस्ताद हो गये हैं

गुजर जाएगा ये दौर भी ज़रा इत्मीनान तो रख
जब ख़ुशी ही ना ठहरी तो ग़म की क्या औकात है।

मैं अपनी मुहब्बत का शिकवा तुमसे कैसे कँरु,
मुहब्बत तो हमने की हैं तुम तो बेकसूर हो..!

जिनकी शायरियों में ददँ हौता हे ,वो शायरनही किसी बेवफा का दीवाना होता है "
💔💔💔💔💔💔

वो मेरे दिल पर सिर रखकर सोई थी बेखबर
हमने धड़कन ही रोक ली कि कहीं उसकी नींद ना टूट जाए