एक दिन एक कंजूस आदमी के घर कोई मेहमान आ गया। अब कंजूस को यह चिंता सताने लगी कि इस मेहमान की मेहमान नवाज़ी में बेकार का खर्चा हो जायेगा तो उसने अपने अंदाज़ में हालात को कुछ यूँ संभाला। कंजूस: भाईसाहब ठंडा लेंगे या गरम? मेहमान: ठंडा। कंजूस: जूस या कोल्ड ड्रिंक? मेहमान: कोल्ड ड्रिंक ले लूँगा। कंजूस: स्टील के गिलास में लेंगे या काँच के गिलास में? मेहमान: काँच के गिलास में ले आओ। कंजूस: प्लेन या डिजाइन वाला? मेहमान (परेशान होते हुए): अरे यार डिजाइन वाले में ही ले आओ। कंजूस: ओके कौन सी डिजाइन पसंद है? लाइनों वाली या फूलों वाली? मेहमान: फूलों वाली। कंजूस: कौन से फूल? गुलाब के या चमेली के? मेहमान: गुलाब के। कंजूस (अपनी बीवी से): अरे ज़रा देख तो गुलाब के फूलों की डिजाइन वाला गिलास अपने घर में है या नहीं? बीवी: नहीं है जी। कंजूस: ओ तेरी नहीं है चल फिर कोल्ड ड्रिंक रहने दे। भाईसाहब को मजा नहीं आएगा।

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