संता अपने घर के बरामदे में बैठा अखबार पढ़ रहा था तभी एक आदमी हाथ में पेन्सिल और कुछ कागज लेकर वहां आया! संता ने बड़ी विनम्रता से पूछा मैं आपके लिए क्या कर सकता हूँ क्या आप कुछ बेचने आये हैं? उस आदमी ने कहा नहीं सर मैं तो जनगणना वाला हूँ और जनगणना करने आया हूँ! संता ने थोड़ा चकित होकर पूछा क्या? आदमी ने कहा जनगणना साहब! उसने समझाते हुए कहा हम यह जानने कि कोशिश कर रहे हैं कि हमारे देश में कुल कितने लोग हैं! अच्छा! संता ने कहा पर यहाँ तुम अपना समय खराब कर रहे हो क्योंकि मुझे इसका कोई आईडिया नहीं है!

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