संता अपने बेटे पप्पू की वजह से बहुत परेशान था। इसी का सलाह-मश्वरा करने वो अपने दोस्त बंता के पास पहुंचा। संता: यार मैं अपने बेटे पप्पू को लेकर बहुत चिंतित हूँ। बंता: क्यों क्या हुआ? उसने फिर कोई बदमाशी कर दी क्या? संता: नहीं यार वो बात नहीं है। बंता: तो फिर क्या बात है? संता: बस आज-कल जब भी वो सुबह उठता है तो बहुत थका-थका और सुस्त महसूस करता है। समझ नहीं आ रहा कि ऐसा क्यों होता है? बंता भी अपने आप को होशियार साबित करने की कोशिश में लग गया। बंता: तुम उसे सोने से पहले दूध पिलाते हो क्या? संता: हाँ पिलाता हूँ। बंता: बस यही कारण है उसकी इस हालत का। संता: मैं कुछ समझा नहीं। दूध के कारण ऐसा कैसे हो सकता है? बंता: जब तुम उसे रात को दूध पिलाते हो तो रात को सोते वक़्त जब वो करवटें बदलता है तो दूध हिल-हिल कर दहीं बन जाता है फिर दहीं से मक्खन निकल आता है मक्खन फैट में बदल जाता है और उस फैट से चीनी बन जाती है और फिर चीनी की शराब। जिससे नतीजा यह होता है कि जब वो सुबह सोकर उठता है तो वो शराब के नशे में होता है। जिस कारण वो थका-थका और सुस्त महसूस करता है।

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