जो बिना कहे सुने भी दिल के बेहद करीब होते हैं..ऐसे नाज़ुक एहसास बड़े नसीब से नसीब होते हैं...!!

मुझसे जब भी मिलो तो # नज़रें उठा के मिला करो, मुझे # पसंद है # अपने_आप को तेरी # आँखों में देखना.

जिस ने कहा कल
दिन गया टल
जिसने कहा परसो
बीत गए बरसों
जिसने कहा आज
उसने किया राज.

मेरी आँखों के जादु से अभी तुम कहा वाकिफ हो , हम उसे भी जीना सिखा देते हे जिसे मरने का शौक हो

कहाँ से लाएँ अपनी
बेगुनाही के पक्के
सबूत. . . .!!!
दिल, दिमाग, नजर
सब कुछ तो तेरी कैद में हैं।

आदतन तुमने कर दिये वादे, आदतन हमनें भी ऐतबारकिया,
तेरी राहो में हर बार रुककर, हमनेँ अपना ही इंतजारकिया…

मैं इस दील में सबको आने देता हूँ ,
पर कभी शक मत करना क्युकि जहाँ तुम रेहती हो वहाँ किसी को जाने भी नहीं देता

प्यास बुझानी है तो उड़ जा पंछी शहर की सरहदों से दूर, यहाँ तो तेरे हिस्से का पानी भी प्लास्टिक की बोतलों में बंद है...

सो सुख पा कर भी सुखी नहो;पर एक ग़म का दुःख मनाता है;तभी तो कैसी करामात है कुदरत की;लाश तो तैर जाती है पानी में;पर ज़िंदा आदमी डूब जाता है!