यूँ तो गलत नही होते अंदाज चेहरो के ,,
लेकिन लोग वैसे भी नही होते जैसे नजर आते है .

हो सकती है जिंदगी में मोहब्बत दोबारा भी..बस हौंसला चाहिए फिर से बर्बाद होने का…!

दिल ने आज फिर तेरे दीदार की ख्वाहिश रखी है
अगर फुरसत मिले तो ख्वाबों मे आ जाना..... !

तू मोहब्बत है मेरी इसीलिए दूर है मुझसे…
अगर जिद होती तो शाम तक बाहों में होती ।

सजा है मौसम तुम्हारी महक से आज फिर ए दोस्त;
लगता है हवायें तुम्हें छू कर आयी हैं।

....."रात भर चलती रहती हैउँगलियाँ मोबाइल पर"किताब सीने पे रखकर सोये हूए एक जमाना हो गया

खुदा करे अब मुझे मेरी मंजिल ही ना मिले ..!!
बङी मुश्किल से तैयार हुई है वो साथ चलने को ...!!

नही हो सकती ये महौब्बत तेरे सिवा किसी और से...

बस इतनी सी ही बात है...समजते क्यों नही..

खूश्बु कैसे ना आये मेरी बातों से यारों,

मैंने बरसों से एक ही फूल से जो मोहब्बत की है ।

लबों पे नाम है जिनका उन्हें कुछ भी खबर नहीं
गजल में दर्द है जिनका उन्हें कुछ भी खबर नही

दिल मे छूपा रखी.. है मुहब्बत_काले__
धन की तरह
खुलासा नही करता हू कि कही हंगामा ना हो जाये...

तुम गरदन जुकाने की बात करते हो ,
हम वौ है जो आंख उठाने वालो
की गरदन पऱसाद मै बाट देते है..।।

हम वो हैं जो आँखों में आँखें डाल के सच जान लेते हैं तुझसे मुहब्बत है बस इसलिये तेरे झूठ भी सच मान लेते हैं...!

मेरी जिन्दगी का सबसे ‘हसीन पल भी तुम हो और ‘गमगीन पल भी तुम हो.
क्युंकि.
तुम्हे ‘चाह तो सकता हूं पर ‘पा नहीं सकता

गीला गीला बस पानी पलकों पे रह गया,
धीरे धीरे सपना वो आँखों से बह गया
थोड़ा थोड़ा कर यादें सारी खो रही हैं
टूटा सा पल एक हाथ में रह गया...!!!