जो मुंह तक उड़ रही थी अब लिपटी है पाँव से.....
बारिश क्या हुई मिटटी की फितरत बदल गई.....👌👌✌✌✌
जो मुंह तक उड़ रही थी अब लिपटी है पाँव से.....
बारिश क्या हुई मिटटी की फितरत बदल गई.....👌👌✌✌✌
marne wale to ek din bin bataye mar jate hai dosto
roj to vo marte hai jo kud se jaida kisi ko chahte hai
सिखा ना सकी जो उम्र भर तमाम किताबें मुझे,
फिर करीब से कुछ चेहरे पढ़े और ना जाने कितने सबक सीख लिए।
Nahi bhulti do chije chahe jitna bhulao,
ek Ghav aur dusra Lagav.
कदर करलो उनकी जो तुमसे बिना मतलब की चाहत करते है
दुनिया में ख्याल रखने वाले कम और तकलीफ देने वाले ज्यादा होते है
डूबी हैं मेरी उँगलियाँ मेरे ही खून में,
ये काँच के टुकड़ों पर भरोसे की सजा है।
ना वो मिलती है ना मैं रुकता हूँ,
पता नहीं रास्ता गलत है या मंज़िल।
Bas isliye har shaks shayar nahi ban pata
Bayan e dard ka hunar kisi kisi ko aata hai
Dil me lagi aag na bujh payegi,
yeh aag hi hume jala k khak kar jayegi.
Din aur raat ka bhi kya mail hai,
meri zindgi ka bhi bas yehi khel hai.
Usne jab baat karne ka lihaja badla tab ye ehsaas hua ki
ye wo lamha hai jahan rasta badalna hai
लाख मिठाइयां चखी हो तुमने मगर
खुशी के आंशू का स्वाद सबसे मीठा है
Dekha wahi hua na bichadne par baat aa phunchi
mene tujhse kaha tha purani baat mat ka
Zindgi me kitni mitas hai,
hume v apni bebasi ka ehsas hai