Naye log jb Milte hain to Purane Bhool Jate Hain
MAGAR Naye Jab Dil Dukhate Hain To Yaad Purane Hi Aate Hain

गुलाम हुँ अपने घर के संस्कारो का
वरना मैं भी लोगो को उनकी औकात दिखाने का हुनर रखता हुँ

जैसा भी हूँ अच्छा या बुरा अपने लिये हूँ
मै खुद को नही देखता औरो की नजर से

एक अंकल कल कहने लगे अच्छा है मेरी कोई लड़की नहीं है
मैंने कहा खुदा लड़कियां भी उन्ही को देता है जिनमे उन्हें पालने की औकात होती है

शिद्दत से कोई याद कर रहा है
मुद्दत से ये वहम जाता नही

भले ही अपने जीगरी दोस्त कम हैं
पर जीतने भी है परमाणु बम हैं

जहाँ दुसरो को समझाना कठिन हो
तो वहाँ खुद को समझा लेना चाहिए

बहुत नज़दीक आती जा रही हो
बिछड़ने का इरादा कर लिया है क्या

क़ानून तो सिर्फ बुरे लोगों के लिए होता है
अच्छे लोग तो शर्म से ही मर जाते हैं

Ho Sake To Thoda Pyar Jata de
Sukhi Padi KI IS Zamin ko Bhiga De

Neend Bhi Nilaam Ho Jaati Hai Baazaar e Ishq Mein
Itna Aasan Nahi Hai Kisi Ko Bhula Kar So Jaana

Manzil mil hi jayegi bhatakte hi sahi
Gumrah to wo log h jo ghr se nikle hi nahi

रुठुंगा अगर तुजसे तो इस कदर रुठुंगा
की ये तेरीे आँखे मेरे एक झलक को तरसेंगी

हमारे तजूँबे हमें ये भी सबक सीखाता है
की जो मख्खन लगाता है वो ही चुना लगाता है

आपकी सादगी पे क़त्ल-ऐ-आम हुवे जाते है
तब क्या क़यामत होगी जब आप सवंर कर आओगे
er kasz