कभी इतना मत मुस्कुराना की नजर लग जाए जमाने की
हर आँख मेरी तरह मुहोब्बत की नही होती

तुम हुस्न हो तुम्हारी फिक्र हर किसी को होगी
हम आशिक हैं अपना ख्याल खुद ही रखते हैं

माना के मुमकिन नही तेरा मेरा हो जाना
पर सुना है इस दुनिया में चमत्कार बहुत होते है

डर नहीं है मुझको, इस रस्म और ज़माने से
सफल होगी मेरी जिंदगी, सिर्फ तेरा प्यार पाने से

तेरी महफ़िल से उठे तो किसी को खबर तक ना थी
तेरा मुड़ मुड़ कर देखना हमें बदनाम कर गया

मिलने को यूँ तो हमसे मिले है हजारो
वो शख्स जो सीधा दिल में उतर गया उसका हुनर कमाल था

हर दिन किसी मोड़ पर उनसे मुलाकात होती है
पर जमाने के डर से सिर्फ नजरों से बात होती है

ये कोन चुरा ले गया चेन ए सुकून मेरे नशीब से
गुजरा जरुर था एक दोर इश्क का मेरे करीब से

ये जरुरी नही कि, तुम मेरी हर बात को समझो...
बस इतनी सी तमन्ना है कि तुम मुझे, अपना समझो ...Er kasz

किस तरह खत्म करें उन से रिश्ता
जिन्हें सिर्फ सोचते हैं तो पूरी कायनात भूल जाते हैं

हाल तो पुंछ लू तेरा पर डरता हूँ आवाज़ से तेरी..
ज़ब ज़ब सुनी हें कमबख्त मोहब्बत ही हुई हें...

मदहोश होता हूँ तो दुनियाँ को बुरा लगता हूँ
होश रहता है तो दुनियाँ मुझको बुरी लगती है

कौन कहता है कि मैं खूबसूरत शायरी लिखता हूँ
खूबसूरत तो वो लोग है जो इसे पसन्द करते हैं

वो तब भी थी अब भी है और हमेशा रहेगी
ये रूहानी मुहब्बत है कोई तालीम नहीं जो पूरी हो जाये

पागल नहीं थे हम जो तेरी हर बात मानते थे
बस तेरी खुशी से ज्यादा कुछ अच्छा ही नही लगता था