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Dard Shayari
कुछ इसलिये भी ख्वाइशो को मार
कुछ इसलिये भी ख्वाइशो को मार
कुछ इसलिये भी ख्वाइशो को मार देता हूँ
माँ कहती है घर की जिम्मेदारी है तुझ पर
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