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Mohabbat Shayari
जब भी देखता हुं हसते खिलखिलाते
जब भी देखता हुं हसते खिलखिलाते
जब भी देखता हुं हसते खिलखिलाते चेह्ररे लोगों के
दुआ करता हुं इन्हे कभी मोहब्बत ना हो
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