रूठा हुआ है मुझसे इस बात पर ज़माना ,,
शामिल नहीं है मेरी फ़ितरत में सर झुकाना .. .
रूठा हुआ है मुझसे इस बात पर ज़माना ,,
शामिल नहीं है मेरी फ़ितरत में सर झुकाना .. .
हर बार हम पर इल्जाम लगा देते हो मोहब्बत का....!!
कभी खुद से भी पूछा है इतनी खुबसूरत क्यों हो....!!
मुझे सिर्फ दो चीजोंसे डर लगता है....1 #- तेरे_रोने से और २ #-तुझे_खोने से...
ना शाख़ों ने जगह दी ना हवाओ ने बक़शा,
वो पत्ता आवारा ना बनता तो क्या करता...?
पगली # प्यार दिखाएगी !तो प्यार पायेगी ,...♡♤♡
और # attitude दिखाएगी तो # थप्पड़ खायेगी
रियासते तो आती जाती रहती हे,
मगर बादशाही करना तो..
आज भी लोग हमसे सीखते हे
इतना भी मुझको मत देख पगली
अभी नजरो मे आया हु
दिल मे आया तो रातो कि निंद उड जायेगी
मेरी आँखों के जादु से अभी तुम कहा वाकिफ हो , हम उसे भी जीना सिखा देते हे जिसे मरने का शौक हो ।
सच कहा था किसी ने तन्हाई में जीना
सीख लो ;
मोहब्बत जितनी भी सच्ची हो साथ छोड़ ही जाती है ! ..: ) : )
मैं तो अभी भी छोटा ही हूँ ..
मेरी माँ मूजे बडा होने ही नहीं देती... ;)
इश्क़ तो बस नाम दिया है दुनिया ने,
एहसास बयां कोई कर पाये तो बात हो --
तुमसे हर एक मुलाकात मुझे याद आई
जब भी तन्हाई में जी लेने की बात आई
कब्र को देख के ये रंज होता है दोस्त ,,
के इतनी सी जगह के लिए मरना पड़ा .. ..
तेरी मोहब्बत को
कभी खेल नही समझा ,
वरना खेल तो इतने खेले
है कि कभी हारे नही...