लफ़्जो को पिरोने का हुनर सिखा तुम्ही से हमने
हर लफ्ज हम अब सिर्फ तेरे लिए ही लिखते हैं
er kasz

तू अगर चला गया छोड़कर मुझे अकेला
तो ले जाना उन पलों को भी जो तेरे बिना मेरी जान ले लेगें
er kasz

पता है मैं हमेशा खुश क्यों रहता हूँ क्योंकि
मैं खुद के सिवा किसी से कोई उम्मीद नहीं रखता

Chhoria likh to aise deti h jese gaar ka sara kam vohi krti
kam to kuch nhi krti or logo ko dikhNe ki lia status pr likh deti busy

देखकर भी तुमने जब नजरें चुराई थी
मजबूर होकर दूर हटा क्या बेवफाई थी

कोई और गुनाह करवा दे मुझ से मेरे खुदा
मोहब्बत करना अब मेरे बस की बात नहीं
er kasz

जब तुम ही नहीं हो तो ज़माने से मुझे क्या
ठहरे हुए जज़्बात में जाँ है भी नहीं भी

बहुत रोई होगी वो खाली कागज देखकर
खत मे पूँछा था उसने जिंदगी कैसे बीत रही है
Er kasz

मैं तुझसे अब कुछ नहीं मांगूगा ए खुदा
तेरी देकर छीन लेने की आदत मुझे पसंद नही..
=RPS

कहना ही पड़ा उसे शायरी पढ़ कर हमारी
कि कंबख्त की हर बात मोहब्बत से भरी होती है
Er kasz

लाख समझाया उसको कि दुनिया शक करती है
मगर उसकी आदत नहीं गई मुस्कुरा कर गुजरने की
Er kasz

राज तो हमारा हर जगह पे है पसंद करने वालों के दिल में और
नापसंद करने वालों के दिमाग में
er kasz

प्यार किया ना मैंने तुमसे यार किसी मतलब से
फिर क्यों जहरीले तीर निकलते यार तेरे नाजुक लब से

झूठ बोलने का रियाज़ करता हूँ सुबह और शाम मैं
सच बोलने की अदा ने हमसे कई अजीज़ यार छीन लिये
Er kasz

जितना Attitude तुम अपनी सारी जिंदगी में नही कमा पाओगी
पगली उतना तो हम अपने पैग में घोल कर पी जाते हैं..