Wo Mujhse Door Rehkar Khush Hai Toh Rehne Do Use
Mujhe Chahat Se Zyada Uski Muskurahat Pasand hai

जोड़ी भी खूब बनाई उस खुदा ने
वो मासूम सी लड़की और मैं शायर बदनाम।

लोग पूँछने लगे हैं मुझसे मेरी उदासी की वजह
अगर हो इजाज़त तो तुम्हारा नाम बता दूँ

पागल नहीँ थे हम जो तेरी हर बात मानते थे.
बस तेरी खुशी से ज्यादा कुछ अच्छा ही नहीँ लगता था..!!

वो ख्याल था धनक नुमा या कोई अक्स था मेरे रुबरु
मुझे हर तरफ से तू लगा या कोई और था तेरा हू ब हू

रोने की वजह ना थी ना हंसने का बहाना था
क्यों हो गए हम इतने बड़े इससे अच्छा तो वो बचपन का ज़माना था

जो मेरे बुरे वक्त में मेरे साथ है
मे उन्हें वादा करती हूँ मेरा अच्छा वक्त सिर्फ उनके लिए होगा

आता नहीं हमें इकरार करना न जाने कैसे सीख गए प्यार करना
रुकते न थे दो पल किसी के लिए न जाने कैसे सीख गए इंतज़ार करना

Wo meri Zindagi thi, ye sach hai
magar
ye bhi sach hai k Zindagi ka koi bharosa nahi

अब उस नासमझ को समझाना छोड़ दिया
अब उसकी नासमझी से भी प्यार हो गया

न होता कोई ताल्लुक तो खफ़ा क्यों होती
बेरुखी भी उसकी मुहब्बत का पता देती है

ऎ खुदा तेरे दरबार मे फरियाद करता हु
मुझे मिलादे उस से जिसे मै प्यार करता हु

जिसको आज मुझमें हज़ारों गलतियां नज़र आती है
कभी उसी ने कहाँ था तुम जैसे भी हो मेरे हों

देख पगली मिलना तो हम तब भी चाहेंगे आपसे
जब आपके पास वक्त ओर हमारे पास सांसो की कमी होगी

ऊपर वाले की एक मिस कॉल से पूरा इंडिया दहशत में है।। अगर फ़ोन आया तो क्या होगा
प्रकृति समय-समय पर इंसान को रिमाइंडर देती रहती है कि तू किरायेदार की तरह रह मालिक बनने की कोशिश मत कर