Shukar hai uska jo apni yaden chor gae
jinda lash ko jine ka bhana de gae

Bahut yaad aati hai uss bewaffa ki yaaro
Dua kro meri yaadash chli jaye
er kasz

Hum un say miley to kuch keh na sake
Khushi itni thi ki mulaqat ansoo ponchtey he guzar gai

Pyar Zindgi Ka Woh khubsurat Waqt Hota Hai
Jiske Har Lamhe Ki Kimat Hum Aansuon Se Chukate Hai

Mere dard ki tu intha na puch
Dard bhi hairan hai Ab dard du to kis bat pe du
er kasz

Na rha kro udas kisi bewaffa ki yad mein
Wo khush hai apni duniya mein Teri duniya ujar kr
er kasz

रुक गयी आज ये कहकर, कलम मेरी,
एहसास कीमती हैं, ज़रा कम खर्च करो!!Er kasz

इश्क़ वो खेल नही जिसे बच्चे खेले
जान निकल जाती है सदमे सहते सहते

शेर हर कोई नही होता
क्यों की शेर नाम से नही काम से जाना जाता है
G.R..s

बना कर छोड़ देते हैं अपनी ज़ात का आदि
कुछ लोग यूँ भी इंतकाम लेते हैं

में कैसे उस शख्श को रुला सकता हुँ,,,
जिस को खुद मेने रो रो के मांगा हो

मत पूछ दास्तान ऐ इश्क
जो रूलाता है, उसी के गले लगकर रोने का मन करता है

देखना मै तुम्हे कहीं भूल ही न जाऊं
इतने मुद्दतों तक कोई खफा नहीं रहते Er kasz

वक्त के साथ कितना कुछ बदल जाता है !
चेहरे भूल जाते हैं फिगर याद रह जाता है!!Er kasz

कोई मुझे बुलाता रहा और मै सोती रही
दिल के जख्मो को रो-रो के आंसुओ से धोती रही